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हाइकु(अशोक बाबू माहौर)

हाइकु

शहर बड़ा
लोग बहुत सारे
भीड़ बहुत।


नदियाँ सूखीं
तालाब सूखे पड़े
पानी नहीं है।



         

                       अशोक बाबू माहौर