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तीन हाइकु

कोरोना काल

आफत जग रही

मन संकोच |


जागी लहर

कोरोना वायरस

थमी जिंदगी |


मचा बवाल

ताबड़तोड़ हाल

नहीं हिसाब |


                  अशोक बाबू माहौर