विश्व पर्यावरण दिवस पर सामयिक परिवेश मध्यप्रदेश अध्याय का भव्य काव्य आयोजन संपन्न (द्वारा सुधीर श्रीवास्तव...)
विश्व पर्यावरण दिवस पर सामयिक परिवेश मध्यप्रदेश इकाई का भव्य आनलाइन काव्य आयोजन संपन्न हुआ।
जिसमें प्रधान संपादक सह अध्यक्ष आदरणीया ममता मेहरोत्रा जी संपादक आदरणीय संजीव कुमार मुकेश जी एवं सह संपादक सह राष्ट्रीय सलाहकार आदरणीय श्याम कुँवर भारती जी व उप संपादक आ.वर्षा तिवारी जी की महत्वपूर्ण उपस्थिति रही ।
आदरणीय श्याम कुँवर भारती जी की अध्यक्षता व मुख्य अतिथि आदरणीय संतोष पांडेय जी के सानिध्य में कार्यक्रम का शुभारंभ माँ शारदे की वंदना से हुआ।आ. वर्षा तिवारी जी ने अपने सुमधुर स्वर से माँ की वंदना कर सभी का मन मोह लिया ।तत्पश्चात आदरणीया रेखा कापसे जी ने अपने मधुर कंठ से सभी का स्वागत अभिनंदन किया।इस आयोजन की महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए मंच संचालन कर आदरणीया कीर्ति तिवारी जी ने अपनी मधुर वाणी से कार्यक्रम को रोचक बनाए रखा। तत्पश्चात आदरणीया ममता मेहरोत्रा जी का आशीर्वाद वचन बहुत ही गंभीर एवं मार्गदर्शक रहा। उन्होंने कोरोना से जुड़ी बहुत सी अच्छी बात कही।साथ ही आदरणीय श्याम कुँवर भारती जी ने भी अपने उद्बोधन से सभी को अच्छे विचार दिए एवं उप संपादक वर्षा तिवारी जी ने भी स्वागत भाषण में सभी का स्वागत किया व मुख्य अतिथि आ.संतोष पाण्डेय जी ने भी अपने उद्बोधन में सारगर्भित विचार प्रकट किए ।
गोष्ठी में उपस्थिति कवि/कवयित्रियों ने पर्यावरण विषयक विभिन्न पहलुओं को अपने सुमधुर,सुन्दर और विचारात्मक काव्य पाठ से मंत्र मुग्ध कर दिया काव्य पाठ करने वाले कवि/कवयित्रियों आ.सुषमा पांडेय जी, प्रतिभा जैन जी, द्रोपदी साहू जी, शोभारानी तिवारी जी,ममता तिवारी जी,रानी नारंग जी,रंजना शर्मा जी,रामनिवास तिवारी जी,विनीता सिंह चौहान जी,रानू मिश्रा जी,वैष्णों खत्री जी,प्रतिभा द्विवेदी जी,नरेंद्र वैष्णव जी, सरोज कंसारी जी,अर्चना जोशी जी,राजेन्द्र जैन जी,चंदा देवी जी,चितरंजन चौहान जी,रजनी वर्मा जी,सोदमनी खरे जी,वृंदावन राय जी,वंदना खरे जी,मीरा भार्गव जी,योगिता चौरसिया जी, रीमा महेंद्र ठाकुर जी, आशा श्रीवास्तव जी,संतोष श्रीवास्तव जी, व कीर्ति तिवारी जी वर्षा तिवारी जी आदरणीय श्याम कुँवर भारती जी आदि ने बहुत ही शानदार काव्य पाठ कर कार्यक्रम को भव्य बनाया ।
गोष्ठी के अंत में आ. वंदना खरे जी ने सभी का आभार प्रकट किया। आयोजन के दौरान आदरणीय वैभव घोडके जी व अर्पणा दुबे जी की उत्साह पूर्ण उपस्थिति प्रेरक भूमिका में मनोबल बढा़ने वाली रही।
विशेष- ये सब जानकारी सुधीर श्रीवास्तव गोण्डा (उ प्र) द्वारा प्रेषित की गई है|
