श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
कारावास में जन्म लिया
लीला उनकी न्यारी थी ।
अत्याचारी राजा कंश की
ऐसी वो मथुरा नगरी थी ।
देवकी माँ ने जन्म दिया
मथुरा के कृष्ण मुरारी थे।
घनघोर अंधेरी रात काली थी
कृष्ण कन्हैया जन्म लिये थे ।
देवकी वासुदेव जेल मे थे
उसी जेल में जन्म लिये थे ।
कृष्ण ने ऐसी लीला दिखाई
दरवारी सब मूर्छित हुये थे ।
मथुरा से गोकुल जाना था
मूसलाधार भी बारिश थी ।
जेल के गेट सब खुल गये
जमुना जी में बाढ़ आई थी ।
कृष्ण भगवान के पैरों को
छूते ही बाढ़ कम हो गई ।
वासुदेव जी की मुश्किल जो
थी पल भर में आसान हो गई।
कृष्ण को लेकर वासुदेव
जमुना जी को पार किये ।
घनघोर अंधेरी रात में जाकर
यशोदा मैया को सौप दिये ।
कन्या को यशोदा से लेकर
वासुदेव जी जेल में वापिस आये ।
जन्म लेते ही भगवान कृष्ण ने
अपनी ऐसी लीला दिखलाये ।
कृष्ण की लीला कृष्ण ही जाने
उनकी लीला बस न्यारी है ।
कृष्ण पक्ष की रात अंधेरी
लीलाधर की लीला न्यारी है ।
अनन्तराम चौबे अनन्त
जबलपुर म प्र/2595/
9770499027
