गणपति नंदन
माता पार्वती के नंदन है
जय गणपति जग वंदन है ।
जय गणपति बप्पा सबके है
करते हम सब अभिनंदन हैं ।
माता ने अपनी सुरक्षा में
पुत्र गणेश को जन्म दिया ।
शिव शंकर भोले बाबा को
इसका भी न आभास हुआ ।
माता की आज्ञा पालन में
देवताओं से युद्ध किया ।
बीच में आये महादेव को
दरवाजे पर ही रोक दिया ।
माँ की आज्ञा पालन करने में
महादेव से घमासान युद्ध हुआ ।
पिता पुत्र के बीच ,इस युद्ध में
पुत्र गणेश का ही बलिदान हुआ ।
दृष्य ये देख माँ पार्वती का
क्रोध से मन थर थर थर्राया ।
पुत्र को जीवित करने का
अपना संकल्प दोहराया ।
आनन फानन में महादेव ने
गजराज का सिर मंगवाया ।
पुत्र गणेश के सिर पर ही
गजराज के सिर को लगवाया ।
जीवित हुये गणपति नंदन
नाम नया गजानन पाये ।
पिता पुत्र माँ पार्वती के
खुशियो से हैं मन हर्षाये ।
अनन्तराम चौबे अनन्त
जबलपुर म प्र/2215/
9770499027
