प्रथम स्थान पाकर गोरखपुर की सरिता सिंह सम्मानित
गोरखपुर( उ.प्र.): संस्था इंडिया पोएट्री हाउस के तत्वावधान में 31.10.2021 को एक भव्य काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें गोरखपुर के साथ-साथ निकटवर्ती कलाकारों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जिसमें गोरखपुर की युवा कवयित्री आ.सरिता सिंह ने दहेज प्रथा पर अपनी रचना" बिकते हैं दूल्हे आज बाजारों में "का सुंदर काव्य पाठ करके प्रथम स्थान प्राप्त किया। साथ ही साथ पाँच अन्य कवियों आ.प्रियांशु सिंह राठौर, आ.आनन्द पति त्रिपाठी , आ.उत्कर्ष पाठक, आ.उत्कर्ष श्रीवास्तव को प्रतिभागियों को सम्मान पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया।
एक बार पुनः आप सभी की अपनी संस्था इंडिया पोएट्री हाउस ने अपने अपने उद्देश्य को पूरा करते हुए राजेन्द्र नगर स्थित माँ वैष्णों गेस्ट हाउस में ओपन माइक का आयोजन किया। संस्था के संस्थापक व आयोजक दुर्गेश मौर्या 'अंकुर' ने बताया कि कार्यक्रम कोरोना संबंधी नियमों को ध्यान में रखते हुए कराया गया। संस्था के अध्यक्ष 'रुद्रा' उत्कर्ष शुक्ल ने कहा कि कार्यक्रम अनवरत रूप में किसी न किसी माध्यम से कराते रहना ही हमारा उद्देश्य है । जिससे क्षेत्र की प्रतिभाओं को एक नया आयाम, नया मंच मिल सके। डाॅ० जर्नादन सिंह, रोटैरियन आ.नीरज अस्थाना, आ.अल्का शाही, आर जे शिवांश, आ.एन. के त्रिपाठी अंजाना, आ. चंदन प्रताप सिंह, अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सभी प्रतिभागियों ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से उपस्थित सभी लोगों का मन मोह लिया। कुछ प्रेम के मुक्तक गजलों के साथ ही पर कन्या भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा तथा नारी सम्मान जैसे सशक्त मुद्दों पर भी कविता पाठ किया गया। इस अवसर पर संस्था के सदस्य अंश सागर, सूफ़ियान, प्रियांशु सिंह दीपक, सत्यजीत दुबे सब मिलकर युवाओं को ऐसे मंच देते रहेंगे और उत्साहवर्धन करते रहेंगे।
मौके पर उपस्थित सभी अतिथियों ने मंच और सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद देते हुए कहा कि सबके लिए बहुत गर्व की बात है कि इंडिया पोएट्री हाउस गोरखपुर मंच ऐसे ही उन्नति करें और नए साहित्यकारों को उजागर करने का अद्भुत प्रयास किया है वह साहित्य को सफलता की ऊंचाइयों तक ले जाए।
गोण्डा , उ. प्र. के वरिष्ठ कवि/साहित्यकार आ. सुधीर श्रीवास्तव जी ने प्रथम स्थान प्राप्त सरिता सिंह सहित अन्य प्रतिभागियों को सम्मानित किए जाने पर अपनी बधाइयां और शुभकामनाएं देते हुए संस्था के प्रति आभार व्यक्त करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि संस्था अनवरत ऐसे आयोजन करते हुए नवोदित रचनाकारों का उत्साह वर्धन करता रहेगा , जिससे उन्हें आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
(ये सब जानकारी सुधीर श्रीवास्तव द्वारा प्रदान की गयी है)