नया साल
खुशियों भरा
नया साल आया है
गले मिल ले मेरे भाई
नया साल आया है
उम्मीदों का चिराग
हर दिल में जलाया है
गिले सिकवे दूर करो
नया साल आया है
बीते साल ने
सभी को बहुत सताया है
कितने अपने जुदा हो गए
कोरोना काल ने
क्या कहर ढाया है
पुराने जख्मों को भरने
ये नया साल है
खुश रहो खुशियां बाटो
दबे कुचलों को गले लगाओ
प्यासे की प्यास
भूखे की भूख मिटाओ
नया साल आया है
नया साल आया है!
प्रतिभा जैन
टीकमगढ़ मध्यप्रदेश