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शुभ मुहूर्त में हुआ 'शब्दोपहार' ई संकलन का शानदार विमोचन

 शुभ मुहूर्त में हुआ 'शब्दोपहार' ई संकलन का शानदार विमोचन

 



साहित्यिक पटल "नव साहित्य परिवार भारत" के द्वारा अपने सम्मानित सदस्यों की रचनाओं को संकलित कर ई पुस्तक के रूप में "शब्दोपहार" के नाम से उन्हें भेंट कर सम्मानित करने के क्रम में दिनांक 07/01/2022 को शुभ मुहूर्त में 'शब्दोपहार' संकलन के सातवें अंक का शानदार आनलाइन विमोचन साहित्य वारिधि, मानस अनुरागी, ख्यातिलब्ध, यशस्वी कवि, साहित्यकार, चिन्तक एवं सामाजसेवी आदरणीय "हंसराज सिंह हंस" जी के कर कमलों से संपन्न हुआ। 

यह संकलन महोबा के सम्मानित वरिष्ठ कवि, साहित्यकार एवं विचारक आदरणीय सुभाष चन्द्र चौरसिया 'हेमू बाबू' की सुन्दर और सारगर्भित रचनाओं से सुसज्जित है।

विमोचन के अवसर पर आदरणीय हंसराज सिंह 'हंस' जी ने नव साहित्य परिवार भारत और उसके संस्थापक एवं संकलन के संपादक आ.अमित कुमार बिजनौरी जी की मेहनत, समर्पण, हौसले और उनकी दूरगामी सोच की भूरि भूरि प्रसंशा किया। मंच के संरक्षक आ.सुधीर श्रीवास्तव जी की भी उन्होंने मुक्त कण्ठ से प्रसंशा किया और कहा कि श्री सुधीर श्रीवास्तव जी का साहित्य के प्रति समर्पण और सेवा भाव तथा सभी के प्रति निःस्वार्थ सहयोग की भावना सराहनीय है। सार्थक और सृजनात्मक प्रयास के लिए मंच और संकलन के पदाधिकारियों की भी उन्होंने हौसला अफजाई की।

विमोचन का प्रारम्भ करते हुए श्री हंसराज सिंह 'हंस' जी ने जहाँ संकलन के आवरण से लेकर पृष्ठ भाग तक की सामग्री पर विस्तार से प्रकाश डाला और संकलन की गुणवत्ता की सराहना किया, वहीं संपादक मंडल का भी मनोबल बढ़ाया और श्री सुभाष चन्द्र चौरसिया जी को उत्तम रचनाओं के लिए साधुवाद देते हुए रचनाओं पर अपने संक्षिप्त विचार भी प्रकट किए।

नव साहित्य परिवार भारत की चर्चा करते हुए श्री हंसराज सिंह 'हंस' जी ने कहा कि पटल के संस्थापक एवं अध्यक्ष आ.अमित कुमार बिजनौरी जी के कुशल निर्देशन एवं मार्गदर्शन में प्रगति पथ पर अग्रसर यह पटल हिन्दी सेवा में अहर्निश संलग्न रहते हुए जिस तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है, उससे साफ जाहिर है कि पटल का संचालक मण्डल पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पटल का संरक्षण एवं संवर्धन करते हुए हिन्दी साहित्य की सेवा में निष्ठा एवं लगन से तल्लीन है। महासचिव डा.मोहित कुमार जी, संरक्षक आ.सुधीर श्रीवास्तव जी और अन्य सहयोगियों की भी उन्होंने दिल खोलकर प्रसंशा की।

विमोचन के शुभ अवसर पर संरक्षक आ.सुधीर श्रीवास्तव जी, संस्थापक, अध्यक्ष एवं संपादक आ.अमित कुमार बिजनौरी जी, महासचिव डा.मोहित कुमार जी, सलाहकार आ.नरेश चन्द्र द्विवेदी 'शलभ' जी, मीडिया प्रभारी आ.शैलेन्द्र पयासी जी, प्रचार सचिव आ.अरविन्द कुमार जी, आ.बाबा कल्पनेश जी, डॉ.प्यारे लाल विश्वकर्मा जी, आ.सुन्दर सिंह चौधरी जी, आ.रामप्रवेश पण्डित जी, आ.प्रभा कुमारी जी, आ.अनिल राही जी, आ.सुभाष चन्द्र चौरसिया हेमू बाबू जी, आ.शीलवन्त सिंह जी, आ.अभिमन्यु सिंह जी, आ.जितेन्द्र देवतवाल 'ज्वलंत' जी, आ.राजेन्द्र प्रसाद कोटनाला जी, आ.एम.एस.अंसारी जी, आ.त्रिपुरारी तिवारी जी, आ.पिंकू राजपूत जी, आ.ज्योति कुमारी जी, आ.चनरेज राम अंबुज जी, आ.विद्युतप्रभा चतुर्वेदी जी, आ.भूपेश प्रताप सिंह जी, डॉ.हेरम्ब कुमार मिश्र जी, आ.माधुरी निगम जी, आ.स्वर्ण लता जी, आ.विंध्यवासिनी तिवारी जी, आ.सत्य प्रकाश पाण्डेय जी, प्रो.शरद नारायण खरे जी, आ.सरोज दुगार जी, आ.साधना गर्ग जी, आ.नागेन्द्र नाथ गुप्ता जी, आ.हरकिशोर परिहार जी, आ.सरिता त्रिपाठी जी, आ.गिरीश पाण्डेय जी, आ.कवि दिनेश विकल जी, आ.आनन्द पाठक 'अभिनव' जी, आ.बबीता कुमारी जी, आ.ज्ञानेश्वर आनन्द ज्ञानेश जी, आ.प्रमोद कुमार धीमन जी, आ.संजीव दीपक जी, आ.कुलदीप रुहेला जी, आ.संदीप खेरा जी, आ.ओम प्रकाश श्रीवास्तव जी एवं आ.गुस्ताख हिन्दुस्तानी जी सहित अनेकों प्रतिष्ठित कवियों, कवयित्रियों एवं साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थित ने पटल परिवार की हौसला अफजाई करते हुए उत्साहवर्धन किया।

कार्यक्रम के अन्त में संरक्षक आदरणीय सुधीर श्रीवास्तव जी ने आदरणीय हंसराज सिंह 'हंस' जी को पत्रिका का विमोचन कर पटल को गौरवान्वित करने और सम्पादक मण्डल का मनोबल बढ़ा कर उत्साहित करने के लिए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया साथ ही साथ उपस्थिति समस्त साहित्य मनीषियों का नव साहित्य परिवार भारत की ओर से आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद प्रदान किया और विश्वास दिलाया कि "नव साहित्य परिवार भारत" के हर संकलन के साथ कुछ न कुछ नया करने का प्रयास जारी रहेगा।