हिंदी दिवस पर कविता -हिंदी हमारी मातृभाषा
भाषा की बारिश में भीगी हूँ
ये सवान की फुहारें हैं
नींद में ख़्वाब देखा
आँखो में सपनें हैं
हर अल्फाज़ों में लिखा
हिंदी प्यारी है,
सब भाषा से न्यारी है।
हिंदुस्तान में जन्म लिया,
हिंदी साहित्य लिख दें,
अंग्रेजी को बढ़ावा न दें,
ऐसा अपनी हिंदी को लहरा दें।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा,
यह भारत की शान है।
हिंदी हमारी मातृभाषा,
इसमें बसी मेरी जान है
यह प्यारा हिंदुस्तान है।
प्रतिभा जैन
टीकमगढ़ मध्यप्रदेश