पतंग उड़ी जाय
पतंग उड़ी जाय ।
पतंग उड़ी जाय ।
आसमान में देखो
पतंग उड़ी जाय ।
सभी का मनोरंजन
पतंग किये जाय ।
मांछा संग पतंग
हवा में उड़ी जाय ।
बच्चे जवा और बूढ़े
सबके मन को भाये ।
ये पतंग उड़ी जाय
देखो पतंग उड़ी जाय ।
हवा के संग संग
पतंग उड़ी उड़ी जाय ।
कागज कमान से
पतंग बनाई जाय ।
धागे के साथ में
पतंग उड़ी जाय ।
मकर संक्रांति में
प्रतियोगिता होय ।
आसमान में देखो
पतंग लड़ी जाय ।
सभी देखने वालों के
मन को खूब भाये ।
उड़ी उड़ी जाय
उड़ी उड़ी जाय ।
आसमान में देखो
पतंग उड़ी जाय ।
धागा के कटते ही
पतंग कटी जाय ।
कटके फिर जमीन में
कैसी आ गिरी जाय ।
या किसी पेड़ में
फस के रह जाय ।
पतंग उड़ी जाय
पतंग उड़ी जाय ।
सभी का मनोरंजन
पतंग किये जाय ।
प्रतियोगिता में पतंग
लड़ी लड़ी जाय ।
जिधर हवा जाय संग
संग पतंग उड़ी जाय ।
मकर संक्रांति में भी
देखो पतंग उड़ी जाय ।
खुशियां ही खुशियां हैं
रंग बिरंगी पतंग उड़ी जायें ।
मकर संक्रांति में मिल कर
सभी आज खुशियां मनायें ।
अनन्तराम चौबे अनन्त
जबलपुर म प्र /3117/
15/1/2022
9770499027