भारत माता अभिनन्दन संगठन जिला कोरबा इकाई के तत्वावधान में "एक शाम शहीदों के नाम" कार्यक्रम का हुआ आयोजन
भारत माता अभिनन्दन संगठन जिला कोरबा इकाई के तत्वावधान में 31 दिसंबर रात 8 बजे गुगल मीट के आभासी पटल पर कवि सम्मेलन *"एक शाम शहीदों के नाम"* का आयोजन हुआ। जिसके मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं साहित्यकार व्ही. के .सिंह, विशिष्ट अतिथ- संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एवम् राष्ट्रीय कवि के रूप में प्रख्यात वरिष्ठ कवि एवम् साहित्यकार कवि अशोक गोयल, पिलखुवा, सभाध्यक्षा शायला, कवयित्री एवं शिक्षिका पूर्णिमा तिवारी रहीं।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका मंजुला श्रीवास्तव के द्वारा बेहतरीन काव्यमय अंदाज में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत द्रौपदी साहू जी के द्वारा मधुर स्वर में सरस्वती वंदना करके किया गया। तत्पश्चात अतिथियों एवं सभी साहित्यकारों के स्वागत में कौशिल्या खुराना के द्वारा सुमधुर स्वर में स्वागत गीत अभिनन्दन स्वरूप प्रस्तुत किया गया। स्वागत पश्चात काव्य पाठ की कड़ी आरम्भ हुई। पूरा संसार 31 दिसंबर को 2021 की विदाई और 2022 के स्वागतोत्सव में व्यस्त हैं लेकिन साहित्यकार कविजन इस शाम को शहीदों के नाम करते हुए देशभक्ति से ओतप्रोत काव्यपाठ कर शहीदों को याद करते हुए अपनी कविता और गीत के बोल के माध्यम से नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किए ।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि-अशोक गोयल जी ने भारतमाता अभिनंदन संगठन का संक्षिप्त परिचय कराते हुए कहा कि संगठन पूर्णतः भारत माता की अभिनंदन वंदन करने के लिए बनी है। 11 सितंबर को भारत माता अभिनन्दन दिवस के रूप में मनाने के लिए भारत सरकार से माँग कर रही है और शीघ्र ही सरकार इस दिन को भारतमाता अभिनन्दन दिवस के रूप में घोषित करेगी। जो लोग देश सेवा और समाज सेवा से जुड़े हैं उन सभी का यह संगठन स्वागत करता है और सहयोग करता है ।
शहीदों के श्री चरणों में गणेंद्र भारिया, प्रभात कुमार शर्मा, कौशिल्या खुराना, प्रीति विश्वकर्मा 'वर्तिका' , लता शर्मा, द्रौपदी साहू, विजय लक्ष्मी मिश्रा, निखिल जैन, सुधीर श्रीवास्तव, मंजुला श्रीवास्तव ने काव्यांजलि अर्पित की।
इस कार्यक्रम की सभाध्यक्षा पूर्णिमा तिवारी ने देशभक्ति काव्यपाठ से अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं। मुख्य अतिथि व्ही. के. सिंह ने अपने उद्बोधन में भारत के वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि सभी शिक्षक यहीं काम करते हैं कि बच्चों में देश के प्रति देश प्रेम की भावना जागृत हो और एक दूसरे के प्रति सहयोग व सहानुभूति की भावना हो। कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में द्रौपदी साहू के द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए, नववर्ष की शुभकामनाओं सहित आभार प्रदर्शन किया गया