राष्ट्रीय तूलिका मंच काव्य समागम में मनाया गया गणतंत्र दिवस
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एटा, 26 जनवरी
राष्ट्रीय तूलिका मंच के तत्वावधान में राष्ट्र के नाम ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का दो दिवसीय आयोजन भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न क्षेत्रों से पचास रचनाकारों ने सहभागिता करते हुए अपनी श्रेष्ठ रचनाओं से काव्य पाठ किया। अंतरराष्ट्रीय कवि एवं संस्थापक डाॅ0 राकेश सक्सेना ने कहा कि गणतंत्र दिवस हम सभी नागरिकों का उपासना पर्व है।हम जितने सजग व सक्रिय होंगे हमारी राष्ट्रभक्ति भी उतनी ही सच्ची व मंगलकारी होगी। संरक्षक घनश्याम सहाय व अध्यक्ष नवलकिशोर सिंह ने बताया कि एक गणतांत्रिक देश के रूप में हमने बहुत विकास किया है तथा प्रतिष्ठा में भी वृद्धि हुई है किन्तु स्वीकार करना होगा कि देश के अंदर व बाहर चुनौतियाँ भी अधिक हैं। इसका समाधान राष्ट्रीय एकता की सुदृढ़ भावना से हो संभव है।
संयोजन समिति की सदस्य प्रतिभा पाण्डेय, वंदना नामदेव राजे, सीमा वर्णिका व अर्चना कोहली ने राष्ट्रीय चेतना के प्रतीक संविधान के महत्व पर गहराई से प्रकाश डालते हुए सहभागी रचनाकारों को उ0प्र0 काव्य दिवाकर उपाधि के प्रमाण पत्र प्रीती देवी, सरिता बजाज गुलाटी, गोपाल सिन्हा, शम्भूसिंह रघुवंशी, प्रो0 शरद नारायण खरे, डाॅ0 सतीश शर्मा, अनुराधा प्रियदर्शिनी, स्वाति जैसलमेरिया, प्रज्ञा आंबरेकर, गीतांजलि वार्ष्णेय, डाॅ0 गीता मिश्रा, जबराराम कंडारा, कुलदीप सिंह रुहेला, सुधा शर्मा, शशिकला नायक, विनीता कुशवाहा, मनोज चन्द्रवंशी, चन्द्रभूषण निर्भय आदि रचनाकारों को प्रदान किए ।
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