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प्रयागराज कल्चरल सोसायटी का शानदार कवि सम्मेलन व सम्मान समारोह संपन्न

 प्रयागराज कल्चरल सोसायटी का शानदार कवि सम्मेलन व सम्मान समारोह संपन्न




दिनांक 20 फरवरी 2022 दिन रविवार को प्रयागराज कल्चरल सोसायटी संस्था द्वारा ऑनलाइन कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। 

जिसमें कई वरिष्ठ कवि /कवयित्री उपस्थित रहे। गाजियाबाद की कवयित्री प्राची कौशल की वाणी वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई ।

संचालन (संस्था अध्यक्षा ) ऋचा मिश्रा द्वारा किया गया ।संस्था के मीडिया प्रभारी देवेश मिश्र , महासचिव सुधीर श्रीवास्तव और संस्था के निदेशक कृष्ण गोपाल श्रीवास्तव उपस्थित रहे।



कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि भूदत्त शर्मा ने की।

सर्वप्रथम कानपुर से वरिष्ठ गीतकार आदरणीय गोविंद नारायण शांडिल्य जी ने अपना गीत कोयलिया कुहूं कुहूं मत बोल, दूर हूं लेकिन हमारा मन तुम्हारे पास है पढ़ा। इसके पश्चात वरिष्ठ कवि साबिर परवेज ने अपनी गजल हमनें, फूलों से चोट खाए है पढ़ा ।

प्राची कौशल ने अपनी रचना न मैं मीरा न मैं राधा, मुझे चाहिए प्रेम के बदले  प्रेम पढ़ा ।

कवि सुधीर श्रीवास्तव ने एक नई सोच के साथ "मंथरा ही थी जो राम को, मर्यादा पुरुषोत्तम राम बनाने का ,सारा ताना बाना बुनी" पढ़ा।

कवि देवेश मिश्र निर्मल ने हास्य की गजल "मुझको उल्लू बना कर चली, वो गई एक कटोरा थमा कर चली वो गई" पढ़ा ।

ऋचा मिश्रा ने "मैं सुदृढ़ भारत बनाना चाहती हूं" गीत पढ़कर लोगों को देशप्रेम के लिए प्रेरित किया ।

अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कवि भूदत्त शर्मा जी ने सभी की रचनाओं की समीक्षा करते हुए अपने काव्य पाठ को एक अलग अंदाज में प्रस्तुत करते हुए "वो पलके मूंद लेती है तो चंदा घर से चलता है, तो संग में खुशबूवो का भी कारोबार चलता है" पढ़ा ।

कार्यक्रम के समापन में सभी कवियों ने एक दूसरे की रचना पर प्रतिक्रिया दी और एक दूसरे की रचना की सराहना की कार्यक्रम का समापन कार्यक्रम अध्यक्ष आदरणीय भूदत्त शर्मा जी द्वारा किया गया ।

कार्यक्रम के अंत में महासचिव सुधीर श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का आभार, धन्यवाद प्रकट करने के साथ सभी को सम्मान पत्र देकर सम्मानित भी किया गया ।

प्रयागराज कल्चरल सोसायटी