आदमी,
आदमी पर गुस्साया
थोड़ा चीखा
और चिल्लाया
फिर मुस्कुराया
हद,
तब हो गयी
जब,
बीच चौराहे पर
तमाशा बनाया
लोगों ने पूछा -
"क्या हुआ भाई ?"
मगर जवाब में न थी सच्चाई
और न सफाई
फिर क्या ?
हो गई पिटाई।
अशोक बाबू माहौर
आदमी,
आदमी पर गुस्साया
थोड़ा चीखा
और चिल्लाया
फिर मुस्कुराया
हद,
तब हो गयी
जब,
बीच चौराहे पर
तमाशा बनाया
लोगों ने पूछा -
"क्या हुआ भाई ?"
मगर जवाब में न थी सच्चाई
और न सफाई
फिर क्या ?
हो गई पिटाई।
अशोक बाबू माहौर
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