साहित्यिक समाचार
काशी काव्य गंगा मंच की गोष्ठी धूमधाम से मनाई गई।
काशी काव्य गंगा साहित्यिक मंच पंजीकृत की 179 वीं गोष्ठी शनिवार को मेरे कार्यालय श्री…
अपना अपना राग साहित्य को पढ़ने वालों की समाज में कमी है लिखने वाले अधिक और सर्वाधिक …
Read more »पत्तियों से लुढ़कती ओस पत्तियों से लुढ़कती ओस समा गयी जमीन में उदासी लिये। हवा थिरकती बजाने लगी पत्ती, डालियों को क्योंकि वह…
Read more »आँख मिचौली खेल आँख मिचौली खेल धूप चली जाड़े की कभी लाँघ दीवारें कभी छत पर उछल कूद कर धम्म नदी में चढ़ पेड़ों पर मुस्कान मधुर छोड…
Read more »ओस सुबह पत्तियों पर गोल चमके खूब। फसलें हरीं मनभावन आस आँखें देखतीं। अशोक बाबू माहौर
Read more »पथिक थका पीपल वृक्ष घना छाया शीतल। प्यास सताती बादल घुमड़ते पानी की आस। अशोक बाबू माहौर
Read more »मोहब्बत का सफर मोहब्बत का सफर तुम्हारे बिन कैसा? एक तुम्ही हो मोहब्बत जगाती हो, अंधेरे दिल में चिराग जलाती हो आज बाँहें फैलाकर तुम्हें ब…
Read more »खामियाँ थी मेरी खामियाँ थी सब मेरी मैंने ही जलाये थे सपने कूड़े के ढेर में यूँही ही बस यूँही मैं ताप लिया लाचार बन ह…
Read more »रेत पर लेटती बकरी तेज धूप ज्वाला उगलती तपती जमीन पाँव रखें तो कैसे ? चुभती अंगीठी सी किन्तु एक बकरी रेत के ढेर …
Read more »पेड़ों पर पेड़ों पर जमी बैठी सुबह से बूँदें गोल मटोल मुस्काती डाली पत्तियों पर लगती प्यारी जैसे धारण कर नव वस्त्र पुलकि…
Read more »(1) जीवन को जन्नत बना रही ,दुनिया मे सबसे प्यारी है । है दर्द की दवा वो तो ,मत समझ इसे बीमारी है । हँसमुख च…
Read more »आओ बाहर देखें आओ चलें बाहर देखें ये कैसा ठिठौरा है मटमैली धरा पर लेटे बिन वसन का डेरा है I भूखे पेट सा पहरा है …
Read more »१.मंद समीर नाच थिरक कर नव सृजन हो जा आतुर पुलकित रंग भर अंग मधुर I मंद समीर नाच फिर थिरक तरु पात पात …
Read more »हाइकु सड़क पर धूप सुनहरी थी पहने वस्त्र I राहें सूनी सी फफकती रोतीं थीं मैंने देखा था I रोते लोग यूँ अधूरे सपनों में…
Read more »सुनाने आया हूं सबकी आंखों में प्यार के ख्वाब सजाने आया हूं, देश प्रेम का सबके मन में भाव जगाने आया हूं गीत लिखे हैं माटी के कुछ वीरों…
Read more »आओ नमन करें आओ नमन करें,उन वीर शहीदों को देश हित जिन्होंने कर दी जान न्यौछावर रखा मान भारत माँ का न आने दी प्रलय कभी I आओ नमन करें,दे…
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काशी काव्य गंगा साहित्यिक मंच पंजीकृत की 179 वीं गोष्ठी शनिवार को मेरे कार्यालय श्री…
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